छत्तीसगढ़ के प्रमुख त्योहार छत्तीसगढ़ी पंचांग के अनुसार : Festivals of Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ के प्रमुख त्योहार छत्तीसगढ़ी पंचांग के अनुसार : Festivals of Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ के प्रमुख त्योहार छत्तीसगढ़ी पंचांग के अनुसार : Festivals of Chhattisgarh

1. हरेली (फागुन):

महीना:फागुन
तिथि:पूर्णिमा के बाद दूसरा दिन
महत्व:हरियाली और वर्षा ऋतु का आगमन
रस्में:घरों को हरी पत्तियों से सजाना, नए कपड़े पहनना, स्वादिष्ट व्यंजन बनाना

2. बसौड़ा (चैत्र):

महीना: चैत्र
तिथि:कृष्ण पक्ष की अमावस्या
महत्व: भगवान शिव की पूजा
रस्में:शिव मंदिरों में पूजा, व्रत रखना, कावड़ यात्रा

3. चैती (चैत्र):

महीना: चैत्र
तिथि:शुक्ल पक्ष की नवमी से पूर्णिमा तक
महत्व: देवी चंडी की पूजा
रस्में: देवी मंदिरों में पूजा, गरबा नृत्य, रामलीला

4. अक्षय तृतीया (वैशाख):

महीना:वैशाख
तिथि:शुक्ल पक्ष की तृतीया
महत्व: भगवान विष्णु का जन्मदिन
रस्में: विष्णु मंदिरों में पूजा, व्रत रखना, दान-पुण्य

5. बुद्ध पूर्णिमा (वैशाख):

महीना: वैशाख
तिथि:पूर्णिमा
महत्व: भगवान बुद्ध का जन्म, ज्ञान और निर्वाण
रस्में:बौद्ध मंदिरों में पूजा, प्रवचन, ध्यान

6. रक्षाबंधन (सावन):8

महीना: सावन
तिथि:शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा
महत्व:भाई-बहन का प्रेम
रस्में:राखी बांधना, मिठाई खिलाना, उपहार देना

7. गणेश चतुर्थी (भादो):

महीना: भादो
तिथि:शुक्ल पक्ष की चतुर्थी
महत्व:भगवान गणेश का जन्म
रस्में: गणेश मूर्ति की स्थापना, पूजा, भोग लगाना

8. दशहरा (अश्विन):

महीना: अश्विन
तिथि: शुक्ल पक्ष की दशमी
महत्व: बुराई पर अच्छाई की जीत
रस्में:रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतलों का दहन, रामलीला

9. दीपावली (कार्तिक):

महीना: कार्तिक
तिथि: अमावस्या
महत्व:रोशनी का त्योहार
रस्में: दीयों से घर सजाना, पटाखे फोड़ना, मिठाई बांटना

10. छेरछेरा (मकर):

महीना: मकर
तिथि: संक्रांति
महत्व:सूर्य का मकर राशि में प्रवेश
रस्में: तिल-गुड़ का लड्डू बांटना, “छेरछेरा” कहना

11. नवाखाई (माघ):

महीना:माघ
तिथि:पूर्णिमा
महत्व:नई फसल का आगमन
रस्में:नए अनाज से बने व्यंजन बनाना, देवी-देवताओं को भोग लगाना

12. होली (फाल्गुन):

महीना:फाल्गुन
तिथि:पूर्णिमा के बाद का दिन
महत्व:रंगों का त्योहार, बुराई पर अच्छाई की जीत
रस्में: होलिका दहन, रंग खेलना, मिठाई खाना

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