बस्तर और नारायणपुर जिलों में कांगेर धारा और कुंआरा सौंदर्य Kanger Dhara and Kuwara Soundraya
कांगेर धारा
कांगेर धारा
Kanger Dhara and Kuwara Soundraya कांगेर धारा, जिसे कोरबा धारा के नाम से भी जाना जाता है, भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में स्थित एक धारा है। यह धारा 20 किलोमीटर (12 मील) लंबी है और इंद्रावती नदी में मिलती है। कांगेर धारा घने जंगलों और पहाड़ों से घिरी हुई है। यह धारा अपनी प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है।
कांगेर धारा में कई झरने और गुफाएं हैं। इनमें से सबसे प्रसिद्ध झरना है चित्रधारा। चित्रधारा झरना 90 मीटर (295 फीट) ऊँचा है और यह अपनी सुंदरता के लिए जाना जाता है। कांगेर धारा में कई गुफाएं भी हैं, जिनमें से सबसे प्रसिद्ध गुफा है कोटूमसर गुफा। कोटूमसर गुफा में प्राचीन चित्र और मूर्तियां हैं।
कुंआरा सौंदर्य
कुंआरा सौंदर्य, जिसे चित्रकोट के नाम से भी जाना जाता है, भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के नारायणपुर जिले में स्थित एक जलप्रपात है। यह जलप्रपात 90 मीटर (295 फीट) ऊँचा है और यह अपनी सुंदरता के लिए जाना जाता है। कुंआरा सौंदर्य घने जंगलों और पहाड़ों से घिरा हुआ है।
कुंआरा सौंदर्य एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यहां पर्यटक नौका विहार, ट्रेकिंग और कैंपिंग का आनंद ले सकते हैं। कुंआरा सौंदर्य के आसपास कई मंदिर और ऐतिहासिक स्थल भी हैं।
अन्य आकर्षण
बस्तर और नारायणपुर जिलों में कांगेर धारा और कुंआरा सौंदर्य के अलावा भी कई अन्य आकर्षण हैं। इनमें शामिल हैं:
- इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान: यह राष्ट्रीय उद्यान बाघों, हाथियों और अन्य वन्यजीवों का घर है।
- कैलाश गुफाएं: ये गुफाएं हिंदू देवता शिव को समर्पित हैं।
- तीर्थगढ़: यह एक प्राचीन जैन मंदिर है।
- जगदलपुर: यह बस्तर जिले का मुख्यालय है और यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है।
कैसे पहुंचें
बस्तर और नारायणपुर जिले हवाई, रेल और सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़े हुए हैं। निकटतम हवाई अड्डा जगदलपुर में है। निकटतम रेलवे स्टेशन भी जगदलपुर में है। बस्तर और नारायणपुर जिलों के लिए नियमित बस सेवाएं भी उपलब्ध हैं।
कब जाएं
बस्तर और नारायणपुर जिलों की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक है। इस दौरान मौसम सुखद होता है।
यात्रा के टिप्स
- बस्तर और नारायणपुर जिलों में घूमने के लिए आरामदायक जूते पहनें।
- सनस्क्रीन, टोपी और पानी की बोतल साथ रखें।
- मच्छरों से बचने के लिए मच्छर प्रतिरोधी का उपयोग करें।
- स्थानीय संस्कृति और रीति-रिवाजों का सम्मान करें।